Azadi ka Amrit Mahotsav: पीएम मोदी ने की अहम बैठक, बोले- ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विचार को आगे बढ़ाना होगा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Sat, 06 Aug 2022 10:53 PM IST
सार
पीएम मोदी ने कहा कि तिरंगा एकता का प्रतीक है, जो देश के लिए सकारात्मकता और समृद्धि लेकर आता है। हमें अपनी एकता का संरक्षण और वृद्धि करनी चाहिए। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विचार को आगे बढ़ाना चाहिए।
विस्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए गठित राष्ट्रीय समिति की अध्यक्षता की। यह इस मामले से जुड़ी तीसरी बैठक थी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि तिरंगा एकता का प्रतीक है, जो देश के लिए सकारात्मकता और समृद्धि लेकर आता है। हमें अपनी एकता का संरक्षण और वृद्धि करनी चाहिए। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विचार को आगे बढ़ाना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक, पीएम ने कहा कि हमारे युवाओं को राष्ट्र निर्माण के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ने का यह स्वर्णिम अवसर है। यह युवाओं के लिए संस्कार उत्सव है, जो उनमें देश के लिए योगदान का जज्बा पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा पीढ़ी कल के नेता होंगे और इसलिए हमें उन्हें अभी से ही कर्तव्य और जिम्मेदारी का बोध कराना चाहिए ताकि वे ‘इंडिया@100’ के सपने और दृष्टिकोण को महसूस कर सकें।
उन्होंने कहा कि स्थानीय आदिवासी संग्रहालय बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि सीमावर्ती ग्राम कार्यक्रम युवाओं द्वारा चलाए जाने चाहिए, ताकि वे वहां रह रहे लोगों की जिंदगी को जान सके। इसी प्रकार प्रत्येक जिले में 75 तालाब और ऐसे अन्य कार्यक्रम जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाए जाने चाहिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इस दौरान पीएम ने उपराष्ट्रपति चुनाव में उनकी जीत पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत के लिए एक किसान पुत्र का उपराष्ट्रपति होना गर्व का क्षण है। पीएम मोदी ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर निर्वाचित उपराष्ट्रपति से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने उन सभी सांसदों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने धनखड़ को वोट दिया। मोदी ने ट्वीट किया कि ऐसे समय में जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, हमें किसान पुत्र उपराष्ट्रपति पर गर्व है। उनके पास उत्कृष्ट कानूनी ज्ञान और बौद्धिक कौशल है।
धनखड़ को उपराष्ट्रपति चुनाव में 528 वोट मिले, जबकि विपक्षी दलों की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने 182 वोट हासिल किए। चुनाव के दौरान कुल 725 वोट पड़े। इसमें से 15 वोटों को अमान्य करार दिया गया।
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